नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना में प्लेटफॉर्म पर मची भगदड़ के कारण तीन बच्चों सहित 15 लोगों की जान चली गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस भगदड़ का कारण प्लेटफॉर्म पर एक ही समय पर कई ट्रेनों के यात्रियों का एकत्र होना था, साथ ही एक विशेष ट्रेन के आगमन की घोषणा ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई, लोग गिरने लगे और भीड़ उन पर चढ़ती चली गई।
घटना के चश्मदीदों के मुताबिक, रात लगभग 9:30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर इस भगदड़ के दौरान कई लोग सीढ़ियों पर गिरकर दब गए, और कुछ लोग ऊपर से नीचे गिर गए। लोगों ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान सीढ़ियों पर मौजूद यात्रियों को हुआ।
रेलवे पुलिस के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दो ट्रेनें देरी से चल रही थीं और अत्यधिक संख्या में यात्रियों के कारण प्लेटफॉर्म पर जगह की कमी हो गई थी। उन्होंने बताया कि 15-20 मिनट के अंतराल में भीड़ बढ़ने से स्थिति बेकाबू हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन का प्लेटफॉर्म नहीं बदला था, लेकिन विशेष ट्रेन की घोषणा ने यात्रियों को भ्रमित कर दिया और लोग उसे पकड़ने के लिए भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
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उन्होंने यह भी कहा कि “ट्रेन का देरी से आना पहले से तय नहीं था, अगर ट्रेन समय पर आती तो यह घटना नहीं होती।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, तब कई यात्री पहले से वहां मौजूद थे। उसी समय स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी देरी से चल रही थीं, और उनके यात्री भी प्लेटफॉर्म पर इकट्ठा हो गए थे।
इसी दौरान रेलवे द्वारा प्रति घंटे 1500 जनरल टिकट बेचे जा रहे थे, जिससे भीड़ और बढ़ गई। फिर विशेष ट्रेन की घोषणा के बाद लोग बेकाबू हो गए और प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 के एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई। इस दौरान जो लोग गिर गए, वे फिर से उठ नहीं पाए क्योंकि लोग उन पर से गुजरते गए।
घटना के बाद, जो लोग सुरक्षित थे, वे बेहोश लोगों की मदद करने की कोशिश करते हुए उन्हें सीपीआर देते नजर आए, साथ ही उन्हें पानी और हवा से राहत देने की भी कोशिश की।
एक यात्री धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “मैं प्रयागराज जा रहा था, लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द हो गई थीं। स्टेशन पर बहुत भीड़ थी। मैंने इस स्टेशन पर पहली बार इतनी भीड़ देखी।” एक अन्य यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। मुझे और मेरे दोस्त को भीड़ में धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा।”
रेल मंत्री ने इस घटना के बाद उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है और यात्रियों के लिए चार विशेष ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की है। साथ ही और विशेष ट्रेनों का प्रबंध भी किया जा रहा है।