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‘सबसे खराब एयरलाइन, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड’, शिवराज के बाद अब BJP के इस नेता ने एअर इंडिया पर निकाली भड़ास

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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब बीजेपी के एक और नेता ने एअर इंडिया की टूटी हुई सीटों को लेकर आलोचना की. बीजेपी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने मंगलवार (25 फरवरी) को एअर इंडिया को सबसे खराब एयरलाइन बताते हुए कहा कि अगर इसके लिए कोई ऑस्कर जैसा अवॉर्ड होता तो एअर इंडिया सभी श्रेणियों में जीत हासिल करती.

हालांकि जयवीर शेरगिल ने उस घटना के बारे में अधिक जानकारी शेयर नहीं की. शेरगिल ने X पर पोस्ट कर कहा कि ‘टूटी हुईं सीटें, खराब स्टाफ, ग्राउंड सपोर्ट स्टाफ की दयनीय स्थित और कस्टमर सर्विस’ एयरलाइन की तीखी आलोचना की कुछ वजहें हैं. उन्होंने कहा कि एअर इंडिया से उड़ान भरना कोई सुखद अनुभव नहीं था.

एअर इंडिया ने बीजेपी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल की आलोचना का जवाब दिया और असुविधा के लिए माफी मांगी. शेरगिल की पोस्ट के जवाब में एयरलाइन ने कहा, ‘प्रिय श्री शेरगिल, आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है. कृपया डीएम के माध्यम से यात्रा विवरण हमारे साथ साझा करें. हम आपसे संपर्क करेंगे.’

शिवराज सिंह चौहान ने की थी टूटी कुर्सी मिलने की शिकायत

यह पहली घटना नहीं है, जब एयरलाइन को मिसमैनेजमेंट के लिए राजनीतिक हस्तियों की आलोचना का सामना करना पड़ा हो. हाल ही में बीजेपी नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एअर इंडिया पर खराब सर्विस का आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया था कि एअर इंडिया की फ्लाइट में उन्हें टूटी हुई सीट अलॉट की गई थी. शिवराज ने अपनी पोस्ट में कहा कि उनकी धारणा थी कि टाटा ग्रुप के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया की सेवाएं बेहतर हुई होंगी, लेकिन ये उनका भ्रम निकला. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब यात्रियों से पूरा पैसा वसूला जाता है तो उन्हें खराब और असुविधाजनक सीट पर बैठाना कितना उचित है?

एयरलाइन ने मांगी थी माफी

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पोस्ट के बाद एअर इंडिया की ओर से तुरंत रिएक्शन आया और उसने इसके लिए माफी मांगी. एअर इंडिया ने लिखा ‘माननीय आपको हुई असुविधा के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. कृपया निश्चिंत रहें हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न दोहराई जाए.’ एअर इंडिया ने आगे अनुरोध किया कि वे DM (Direct Message) के माध्यम से बातचीत के लिए सुविधाजनक समय शेयर करें ताकि इस मामले को बेहतर तरीके से सुलझाया जा सके.

इंश्योरेंस के नाम पर बड़ा स्कैम, CBI की अदालत ने पांच लोगों को भेजा जेल, 5 करोड़ का जुर्माना

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत ने अहमदाबाद में एक बड़े इंश्योरेंस घोटाले में पांच आरोपियों को दोषी करार देते हुए 5 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है. इसके अलावा, अदालत ने इन पर कुल 5.91 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जिसमें से 5.52 करोड़ रुपये दो निजी कंपनियों पर लगाए गए हैं.

कौन-कौन हुआ दोषी?

CBI की विशेष अदालत कोर्ट नंबर-02, अहमदाबाद ने जिन आरोपियों को सजा सुनाई है, उनमें शामिल हैं:

मधुसूदन बी पटेल, तत्कालीन डिविजनल मैनेजर, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (UIICL), अहमदाबाद
पंकज गुप्ता, एमडी, आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड
इंदरजोत सिंह, डायरेक्टर, सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड
दो निजी कंपनियां – आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्रा. लि. और सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्रा. लि.
क्या था घोटाला?

CBI ने 6 फरवरी 2012 को इस मामले में केस दर्ज किया था. जांच में पता चला कि मधुसूदन बी पटेल ने मार्च 2007 से नवंबर 2010 के बीच अहमदाबाद स्थित यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी (UIICL) के डिविजनल ऑफिस-06 में रहते हुए, गुजरात सरकार के गुजरात इंश्योरेंस फंड (GIF) के लिए गुप्त तरीके से ग्रुप जनता पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी जारी की थी.

यूजर-आईडी और पासवर्ड का गलत इस्तेमाल किया है

इन पॉलिसी को जारी करते समय पटेल ने अपने यूजर-आईडी और पासवर्ड का गलत इस्तेमाल किया और दो निजी ब्रोकर्स- आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स और सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स के नाम पर पॉलिसी रजिस्टर कर दी, जबकि गुजरात इंश्योरेंस फंड (GIF) ने इन ब्रोकर्स को कोई अधिकृत आदेश (मैंडेट) नहीं दिया था.

इस धांधली की वजह से 2.69 करोड़ रुपये की गलत तरीके से ब्रोकरेज भुगतान हुआ, जिससे सरकारी इंश्योरेंस कंपनी UIICL को भारी नुकसान हुआ और निजी कंपनियों को अनुचित लाभ मिला.

CBI की कार्रवाई और कोर्ट का फैसला

CBI ने 7 दिसंबर 2012 को आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इस मामले की सुनवाई के दौरान 20 गवाहों के बयान दर्ज किए गए और 61 दस्तावेजों को अदालत में पेश किया गया. अदालत ने सभी सबूतों को देखने के बाद आरोपियों को दोषी माना और 5 साल की कठोर सजा सुनाई. साथ ही 5.91 करोड़ रुपये का कुल जुर्माना भी लगाया.

क्या है यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी?

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी (UIICL) एक सरकारी बीमा कंपनी है, जो 1972 में राष्ट्रीयकरण के बाद बनी थी. यह कंपनी भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन काम करती है और देशभर में लाखों पॉलिसीधारकों को बीमा सेवाएं देती है. सरकारी कंपनियों में घोटालों से जनता की गाढ़ी कमाई का नुकसान होता है, इसलिए CBI और अन्य एजेंसियां ऐसे मामलों की जांच करके दोषियों को सजा दिलाने का काम करती हैं.

वायर और केबल सेगमेंट में होने जा रही है UltraTech की दमदार एंट्री, केसोराम के अधिग्रहण के लिए कर दिया शेयर स्वैप का ऐलान

बिड़ला ग्रुप की सीमेंट बनाने वाली कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट ने 25 फरवरी को BK Birla Group की कंपनी केसोराम इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण करने के लिए शेयरों को 1:5 के अनुपात में स्प्लिट करने का ऐलान कर दिया है. अल्ट्राटेक की तरफ से कहा गया कि कंपनी 1,800 करोड़ रुपये के कैपेक्स के साथ वायर और केबल सेगमेंट में एंट्री लेगी.

यहां बनेगा अल्ट्राटेक का वायर और केबल प्लांट
बता दें कि केसोराम इंडस्ट्रीज सीमेंट, ट्यूब, टायर, रेयॉन, स्पन पाइप, हेवी केमिकल्स, कागज की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी हुई है. इस स्कीम के अरेंजमेंट के मुताबिक, आदित्य बिरला की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट केसोराम इंडस्ट्रीज के 52 शेयर के बदले अपना एक शेयर जारी करेगी. अल्ट्राटेक ने कहा, कंपनी अगले दो सालों में 1,800 करोड़ रुपये की लागत से गुजरात के भरूच में वायर और केबल प्लांट बनाएगी. इस प्लांट के दिसंबर 2026 तक चालू होने की उम्मीद है.

ग्लोबली सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बनने की संभावना
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, ”हम केबल और वायर सेगमेंट में अपनी एंट्री के साथ हम कंस्ट्रक्शन वैल्यू चेन में अपनी उपस्थिति का दायरा बढ़ाना चाहते हैं, जो कंस्ट्रक्शन सेक्टर में हमारे हर एक ग्राहक को हर एक छोटी-बड़ी चीज का सॉल्यूशन मुहैया कराने के हमारे दृष्टकोण के अनुरूप है. बेशक, हमारा फोकस अपने प्रमुख सीमेंट के व्यवसाय पर रहेगा और हम इसे आगे बढ़ाते रहेंगे. इस साल भारत में सीमेंट उत्पादन क्षमता में अल्ट्राटेक ने 175 एमटीपीए को पार कर एक नया मील का पत्थर हासिल किया है और विश्व स्तर पर सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी के रूप में भी उभरने की संभावना है. अल्ट्राटेक बेहतर क्वॉलिटी के बिल्डिंग मैटेरियलस और सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो विकसित भारत के सतत विकास में योगदान देता है.”

ना 70 ना 90, हफ्ते में इतने घंटे करने चाहिए काम; कैपजेमिनी के CEO ने काम के घंटों पर कर दी बड़ी बात

वर्कर्स को हफ्ते में कितने घंटे काम करने चाहिए इस पर बीते कुछ महीनों से बहस चल रही है. पहले बिजनेस टाइकून और इंफोसिस के को-फाउंडर ने युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी. इसके बाद एलएंडटी के चेयरमैन एस.एन. सु्ब्रमण्यम ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की वकालत कर दी. इस पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी. अब आईटी सर्विस कंपनी कैपजेमिनी के चीफ एक्जीक्यूटिव अश्विन यार्डी ने मंगलवार को हफ्ते में 47.5 घंटे काम करने की बात कह दी. साथ ही उन्होंने वीकेंड में कर्मचारियों को ई-मेल भेजे जाने की बात पर भी असहमति जताई.

वीकेंड पर ईमेल भेजने से भी बचें: यार्डी
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नेस्कॉम टेक्नोलॉजी और लीडरशिप फोरम (NTLF) में जब उनसे पूछा गया कि वर्किंग प्रोफेश्ननल्स के लिए हफ्ते में कितने घंटे काम करना सही है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि 47.5 घंटे का वर्किंग रूटीन काफी है. उन्होंने कहा, ”हम हफ्ते में 5 दिन और हर रोज 9 घंटे काम करते हैं, जो मेरे ख्याल से बिल्कुल संतुलित है. हमें वीकेंड पर ईमेल भेजने से भी परहेज करना चाहिए, जब तक कि यह लगे कि आप उस समस्या को वीकेंड पर हल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि वीकेंड पर कोई काम नहीं हो सकता, ऐसे में किसी को बेवजह क्यों परेशान करना. हालांकि, उन्होंने बताया कि वह कभी-कभी वीकेंड पर काम करते हैं.”

काम नहीं, आउटकम पर होना चाहिए फोकस
नैसकॉम की चेयरपर्सन सिंधु गंगाधरन ने भी इस दौरान कहा कि काम से ज्यादा आउटकम पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए. इस बीच, फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स कंपनी मैरिको के सीईओ सौगत गुप्ता ने भी आउटकम पर बात की, लेकिन यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह रात 11 बजे भी ईमेल भेजते हैं.

इस वजह से महाकुंभ में नहीं आए एलन मस्क, लेखक अमीश त्रिपाठी ने कहा- ”मैंने किया था आमंत्रित”

प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में देश-विदेश से भक्तों का तांता लगा हुआ है. दुनियाभर से बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज भी महाकुंभ में आकर पवित्र संगम में डुबकी लगा रहे हैं. NDTV के साथ एक इंटरव्यू में लेखक अमीश त्रिपाठी ने कहा कि महाकुंभ में इतनी बड़ी तादात में लोग जुट रहे हैं और यह इतना बड़ा सांस्कृतिक मेला है कि टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क भी इससे काफी आकर्षित हुए हैं.

महाकुंभ से जुड़ी हर बात से प्रभावित मस्क
उन्होंने कहा, ”मैंने एलन मस्क को कुंभ मेले में आने के लिए आमंत्रित किया था. उन्होंने उस वक्त कहा था कि कुंभ से जुड़ी हर बात उन्हें बेहद दिलचस्प लग रही है. महाकुंभ मानवता का अब तक का सबसे बड़ा जमावड़ा है और इस बात का सबूत है कि भारत में लोग हजारों सालों से धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों से इस तरह से इकट्ठा होते रहे हैं. यह कुछ ऐसा है, जो एलन मस्क जैसे कई लोगों को अपनी ओर खींचता है.”

कुंभ में भीड़ किसी देश की जनसंख्या के बराबर
अमीश ने कहा, ”415 मिलियन लोग- इतनी बड़ी तादात में हो रहे इस आयोजन से एलन बेहद प्रभावित हैं. यह तो शुरुआती आंकड़ा था, अब तो संख्या लगभग 500 मिलियन तक पहुंच गई होगी. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में इतनी बड़ी तादात में लोगों का जुटना पृथ्वी के तीसरे सबसे बड़े देश की जनसंख्या के बराबर है.”

क्यों मस्क नहीं आ पाए महाकुंभ?
एलन मस्क महाकुंभ में क्यों नहीं शामिल हो पाए इस पर अमीश ने कहा, ”मस्क के ऑफिस ने हमसे संपर्क किया कि उनका शेड्यूल पहले ही पैक्ड है. खासकर अमेरिकी सरकार में नया कार्यभार संभालने के बाद वह और भी व्यस्त हो गए हैं इसलिए महाकुंभ में शामिल नहीं हो पाएंगे.”

SEBI ने एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स को दे दी डीमैट अकाउंट में सिक्योरिटीज रखने की इजाजत, जानें डिटेल

मार्केट रेगुलेटर सेबी ने मंगलवार को एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स (एओपी) को अपने नाम से डीमैट अकाउंट खोलने की इजाजत दे दी है ताकि वे म्यूचुअल फंड की यूनिट्स, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी सिक्योरिटीज अपने डीमैट अकाउंट में रख सके. हालांकि, इक्विटी शेयर को डीमैट अकाउंट में नहीं रख सकेंगे. सेबी के इस नए नियम को 2 जून से लागू कर दिया जाएगा, जिसका मकसद एओपी के लिए निवेश को आसान बनाना है. बता दें कि एओपी यानी कि एसोसिएशंस ऑफ पर्संस ऐसे लोगों का एक समूह है, जो एक जैसे मकसद के लिए साथ मिलकर काम करते हैं. यानी कि ये लोग साथ में मिलकर कोई बिजनेस चला सकते हैं या कोई खास प्रोजेक्ट पर मिलकर काम करना चाहते हैं.

अब बिजनेस में होगी आसानी
सेबी ने एक सर्कुलर में कहा, संबंधित सभी कानूनों की जांच करने और हितधारकों के साथ बात करने के बाद बिजनेस को आसानी से बढ़ने देने की सुनिश्चितता के लिए एओपी के नाम पर डीमैट खाता खोलने की इजाजत देने का फैसला लिया गया है ताकि डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज की यूनिट्स को रखा जा सके. इसमें आगे कहा गया, ”इस डीमैट अकाउंट के इस्तेमाल की इजाजत इक्विटी शेयरों को सब्सक्राइब करने या इन्हें रखने के लिए नहीं दी जा रही.”

सेबी ने एक सर्कुलर में कहा, ”संबंधित सभी कानूनों की जांच करने और हितधारकों के साथ बात करने के बाद बिजनेस को आसानी से बढ़ने देने की सुनिश्चितता के लिए एओपी के नाम पर डीमैट खाता खोलने की इजाजत देने का फैसला लिया गया है ताकि डीमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड, कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज की यूनिट्स को रखा जा सके.” इसमें आगे कहा गया, इस डीमैट अकाउंट के इस्तेमाल की इजाजत इक्विटी शेयरों को सब्सक्राइब करने या इन्हें रखने के लिए नहीं दी जा रही.

विवाद की स्थिति में इनसे मांगी जाएगी जवाबदेही
एओपी को अपने कॉन्स्टिट्यूशन के नियमों का पालन करना होगा. सेबी ने कहा कि एओपी और उसके प्रिंसिपल ऑफिसर (जैसे सेक्रेटरी या ट्रेजरर) के पैन डिटेल की जरूरत होगी. किसी प्रकार के विवाद में प्रिंसिपल ऑफिसर से ही जवाबदेही मांगी जाएगी. हालांकि, जिम्मेदार एओपी के सभी सदस्य होंगे. सेबी ने इंडस्ट्री स्टैन्डर्ड फोरम (ISF) के मेंबर्स एसोसिएशंस और स्टॉक एक्सचेंजों से अपनी वेबसाइटों पर एलओडीआर (सूचीबद्धता दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) रेगुलेशंस के संबंध में उद्योग मानकों को पब्लिश करने के लिए कहा है.

छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में 4 डिस्टलरियों समेत 8 कंपनियां भी आरोपी

रायपुर। शराब घोटाले मामले में रायपुर जेल में बंद कारोबारी अनवर ढेबर के आवेदन पर सोमवार को ईडी की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद न्यायाधीश ने चार डिस्टलरियों समेत आठ फर्म और कंपनियों को आरोपित बनाने का आदेश सुनाया।

याचिकाकर्ता अनवर ढेबर ने इस घोटाले में शराब निर्माता कंपनियों के मालिकों को आरोपित बनाने की मांग कोर्ट से की थी। ईडी कोर्ट ने इस आवेदन को स्वीकार करने के साथ सोमवार को सुनवाई पूरी कर चार डिस्टलरियों समेत आठ फर्म व कंपनियों के मालिकों को शराब घोटाला का आरोपित बनाने का आदेश दिया।

दबाव की शिकायत वाले दावे को बताया गलत
छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले मामले में ई़डी ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि घोटाले में 1200 करोड़ रुपये की राशि शराब निर्माण कंपनियों ने कमाए हैं। बचाव पक्ष के वकील का कहना था कि ईडी की ओर से यह दलील पेश की जाती है कि शराब निर्माता कंपनियों की डिस्टलरी दबाव में काम कर रही थी।

अगर ऐसा है, तो उन्होंने इतने सालों में इसकी कही भी शिकायत क्यों नहीं दी? अगर डिस्टलरी पर दबाव बनाया गया है, तो उसकी भी जानकारी देनी चाहिए।

10 मार्च को ईओडब्ल्यू-एसीबी कोर्ट में होगी सुनवाई
शराब घोटाला मामले में ही अनवर ढेबर और रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा की ओर से ईओडब्ल्यू-एसीबी की विशेष कोर्ट में डिस्टलरियों को आरोपित बनाने की याचिका की सुनवाई अब 10 मार्च को होगी। इस पर सोमवार को ईओडब्ल्यू की ओर से अपना जवाब भी कोर्ट में पेश कर दिया गया।

ईओडब्ल्यू,एसीबी के अधिवक्ता मिथलेश वर्मा ने कोर्ट को बताया कि ईओडब्ल्यू मामले की जांच कर रही है। डिस्टलरियों समेत अन्य के खिलाफ प्रर्याप्त साक्ष्य होने पर गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने कहा कि शराब निर्माता कंपनियों के नाम ईओडब्ल्यू के आरोप पत्र में स्पष्ट उल्लेख होने के बाद भी आरोपित नहीं बनाया गया है।

भाटिया वाइन एंड मर्चेंट प्राइवेट लिमिटेड।

छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज।

वेलकम डिस्टलरीज।

मेसर्स नेक्स्ट जेन।

दिशिता उद्यम।

ओम सांई वेबरेज।

सिदार्थ सिंघानिया।

मेसर्स टाप सिक्यूरिटी।

रायपुर में कांग्रेस दफ्तर पर ईडी का छापा, सुकमा जिले के राजीव भवन के निर्माण को लेकर मांगी जानकारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी पहुंचे हैं। अधिकारियों की रवानगी के बाद कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकित सिंग गेंदू ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी राजीव भवन पहुंचे थे। उन्होंने सुकमा जिले के राजीव भवन के निर्माण को लेकर कई जानकारियां मांगी है। ईडी अफसरों ने समन जारी करते हुए 27 फरवरी तारीख तक जवाब मांगा है। हमारे पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं।

मामले में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा, कानून अपना काम कर रहा है। ईडी को कोई जानकारी मिली होगी। सोर्स के आधार पर कार्यवाही की जा रही है। पूर्व सरकार ने जिस तरीके से कम किए हैं, योजनाबद्ध तरीके से छत्तीसगढ़ को लूटने का काम किया गया है, इन्हीं तथ्यों के आधार पर रेड मारी होगी। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

इससे पहले कांग्रेस नेता कवासी लखमा से इस संबंध में पूछताछ की जा चुकी है। जानकारी के मुताबिक, ईडी के चार अधिकारी सुरक्षाबलों के साथ कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचे।
यहां अधिकारियों की मुलाकात पार्टी प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेंदु से हुई। उनके जानकारी हासिल की गई है। इस बीच, ईडी के एक्शन पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी शुरू हो गई हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर दबाव बनाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।

क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला
ईडी का आरोप है कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा शराब घोटाले का सबसे अहम कड़ी है। इस घोटाले की शुरुआत एफएल-10 लाइसेंस के साथ हुई। 3 साल तक यह धांधली चली, जिसमें कथित तौर पर लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। उनको 36 महीने में 72 करोड़ रुपए मिले। ईडी का आरोप है कि यह घोटाला करीब 2,100 करोड़ रुपए से अधिक का है।

मिनी काशी कहलाता है रायपुर का हटकेश्वर महादेव मंदिर, महादेवघाट में लगेगा महाशिवरात्रि मेला

रायपुर। राजधानी में खारुन नदी के किनारे स्थित हटकेश्वर महादेव मंदिर मिनी काशी के रूप में प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर के चारों ओर मेला जैसा माहौल रहेगा। हजारों श्रद्धालु महादेव का दर्शन करने पहुंचेंगे।

दूर-दूर से आए श्रद्धालु ऐतिहासिक शिवलिंग पर जलाभिषेक करके मेला घूमने का आनंद लेंगे। मंदिर के गर्भगृह के बाहर ढलावदार पात्र में जल अर्पित करने की व्यवस्था रहेगी। मुख्य द्वार पर पात्र में डाला गया जल गर्भगृह के भीतर शिवलिंग पर अर्पित होगा।

विविध मंदिरों में ब्रह्म मुहूर्त से दोपहर तक जलाभिषेक के पश्चात शाम को महाकाल और अर्धनारीश्वर के रूप में शिवलिंग का शृंगार किया जाएगा। अनेक मंदिरों से भोलेबाबा की बरात निकाली जाएगी। बरात में भूत-प्रेत, देवी-देवता का रूप धारणकर श्रद्धालु शामिल होंगे।

फूलों से होगा शृंगार
महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर 25 फरवरी को महादेवघाट में हटकेश्वर महादेव शिवलिंग का फूलों से शृंगार किया जाएगा। 26 फरवरी को ब्रह्म मुहूर्त में महाआरती की जाएगी। सुबह से दोपहर तक जलाभिषेक की व्यवस्था की गई है। शाम को भांग-धतूरे, चंदन का लेप करके मनमोहक शृंगार किया जाएगा।

नहरपारा से निकलेगी बरात
नहरपारा केलकर बाड़ी स्टेशन रोड स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर के पं. नीलकंठ त्रिपाठी ने बताया कि महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर भोलेनाथ की बरात निकाली जाएगी। श्रद्धालु भूत, प्रेत, देवगणों का रूप धारण करेंगे। शाम को महाआरती की जाएगी।

राजीव नगर में तीन दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व आज से
भारत गृह निर्माण सहकारी समिति राजीव नगर कॉलोनी स्थित शिव मंदिर में तीन दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व 25 फरवरी को सुबह 11 बजे अखंड रामायण पाठ से प्रारंभ होगा। संस्था अध्यक्ष ललित कुमार जीवनलाल सिंघानिया ने बताया कि 26 फरवरी को सुबह चार बजे रूद्रीपाठ, महाभिषेक संपन्न होगा।

11:30 बजे से महाभंडारा प्रसादी होगी। 12:30 बजे अखंड रामायण पाठ की समाप्ति होगी। शाम पांच बजे सहस्त्रधारा अभिषेक, सात बजे शृंगार महाआरती की जाएगी। 27 फरवरी को सुबह 11 बजे हवन के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

योगेश्वर महादेव मंदिर में आज से शिवरात्रि
संत कंवर राम नगर (कटोरा तालाब) समिति के मनोहर चंदनानी एवं प्रेम प्रकाश मध्यानी ने बताया कि दो दिवसीय शिवरात्रि का शुभारंभ 25 फरवरी को रात्रि 10 जागरण, भजन कीर्तन से होगा। 26 को सुबह चार अभिषेक, गुप्त आरती के बाद शिव दर्शन मार्ग खोला जाएगा। शाम सात बजे आरती पश्चात रात्रि आठ बजे से प्रसाद वितरण किया जाएगा। रात्रि 12 बजे पल्लव, अरदास एवं भोलेनाथ की परिक्रमा की जाएगी।

सुरेश्वर महादेव पीठ में 20 फीट ऊंची त्रिशूल की होगी स्थापना
कचना रोड स्थित श्री सुरेश्वर महादेव पीठ के संस्थापक स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि सुबह पांच बजे से बाबा भोलेनाथ का पंचामृत, गन्ना रस, सरसों तेल, फलों का रस से अभिषेक किया जाएगा। वीआईपी रोड स्थित श्रीराम मंदिर से त्रिशूल यात्रा निकाली जाएगी।

दोपहर को 20 फीट का त्रिशूल स्थापित किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री बंटी कटरे एवं रायपुर महानगर संयोजक विजेंद्र वर्मा ने सनातनियों से भगवा वस्त्र पहनकर शामिल होने की अपील की है।

बूढ़ेश्वर मंदिर में औषधि से अभिषेक भस्म आरती
बूढ़ा तालाब के समीप स्थित बूढ़ेश्वर मंदिर में सुबह भस्म आरती की जाएगी। मंदिर के बाहर पात्र में जल अर्पित किया जाएगा, जो शिवलिंग पर अर्पित होगा। शाम चार बजे शृंगार के लिए पट बंद हो जाएगा। शिवलिंग का शृंगार फूलों, भांग-धतूरा का लेप करके किया जाएगा।

रात्रि आठ बजे आरती एवं 11:30 बजे से महानिशा पूजा शुरू होगी, जो सुबह 5:30 बजे तक चलेगी। रात्रि के चार प्रहर में चार बार 24 प्रकार के द्रव्य औषधि से अभिषेक किया जाएगा। दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, स्वर्ण जल, रजत जल, कुशा जल, सुगंधित द्रव्य, केसर दूध, 11 प्रकार के फलों का रस एवं भस्मी से अभिषेक किया जाएगा।

43 पारद शिवलिंग श्रीयंत्र
प्रोफेसर कॉलोनी स्थित अघोर पीठ श्रीधाम सुमेरु मठ औघड़नाथ दरबार के पीठाधीश्वर प्रचंड वेगनाथ ने बताया कि 43 पारद शिवलिंगों से युक्त श्रीयंत्र मंदिर में सुबह से रात तक विविध पूजा अनुष्ठान किया जाएगा।

चरित्र संदेह में पत्नी की हत्या कर जंगल में जलाया शव, फिर दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट

सरगुजा: लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुंवरपुर से सटे जंगल में एक महिला का जला हुआ कंकाल बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि महिला की हत्या उसके ही पति ने की थी। पहचान छिपाने के लिए पति ने शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। पुलिस ने आरोपी पति अमरीश कुमार निषाद को हिरासत में ले लिया है।

पति ने गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी
महिला की पहचान मोनी निषाद (28), निवासी ग्राम कसौली, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। महिला के पति अमरीश कुमार निषाद ने मध्यप्रदेश के शहडोल स्थित जीआरपी थाने में 14 फरवरी को पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

उसने पुलिस को बताया कि वे ट्रेन से अनूपपुर से कटनी जा रहे थे, तभी पत्नी वॉशरूम जाने के बहाने निकली और लापता हो गई। पुलिस को यह कहानी संदिग्ध लगी, क्योंकि ट्रेन के अगले स्टेशनों तक कोई जानकारी नहीं मिली।

पत्नी के चरित्र पर शक करता था आरोपी
जब पति से दोबारा सख्ती से पूछताछ हुई, तो उसने हत्या की साजिश कबूल ली। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी उसके चरित्र पर शक करती थी और किसी अन्य महिला से अवैध संबंध का आरोप लगाकर झगड़ा करती थी। इससे परेशान होकर उसने उसे मारने की योजना बनाई।

11 फरवरी को अमरीश अपनी पत्नी को घूमाने के बहाने जंगल ले गया और गला घोंटकर हत्या कर दी। पहचान छुपाने के लिए उसने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वहां से भाग निकला।

शहडोल जीआरपी ने आरोपी को हिरासत में लिया
महिला की गुमशुदगी की जांच कर रही शहडोल जीआरपी को अमरीश पर शक हुआ। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर छत्तीसगढ़ के लखनपुर थाना लाया और जंगल में उसकी निशानदेही पर जले हुए कंकाल को बरामद किया।

घटना के बाद बचने की कोशिश
आरोपी पहले लखनपुर क्षेत्र में काम कर चुका था और इलाके से परिचित था। उसे भरोसा था कि जंगल में हत्या करने से कोई सबूत नहीं बचेगा। इसलिए, उसने छत्तीसगढ़ में शिकायत दर्ज न कराते हुए मध्यप्रदेश के शहडोल जीआरपी थाने में गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी।

डीएनए टेस्ट से होगी पुष्टि
पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ लखनपुर थाने में बीएनएस की धारा 103(1) और 238 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

शिकायतकर्ता के बताए अनुसार जंगल के एक स्थान से जला हुआ कंकाल बरामद किया गया है। जांच के लिए घटनास्थल से जरूरी अवशेष प्रिजर्व कर कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। डीएनए जांच कराई जाएगी। शिकायतकर्ता इस क्षेत्र में वर्ष 2019-20 में काम कर चुका है। उसे क्षेत्र की जानकारी थी।

मयंक मिश्रा, शिक्षु आईपीएस व थाना प्रभारी लखनपुर