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विदेशी महिला ने ऐसी जगह बनवाया भगवान जगन्नाथ का टैटू की मच गया बवाल, विरोध में उतरे लोग

ओडिशा में विदेशी महिला के अपनी जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाने से हंगामा मच गया। लोगों के बीच आक्रोश फैल जाने के बाद पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला की ओर से भुवनेश्वर के पार्लर में बनवाए गए टैटू की तस्वीर सोशल मीडिया पर आई, जिसके बाद भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने विरोध प्रदर्शन किए। उन्होंने बताया कि महिला एक गैर-सरकारी संगठन के लिए काम करती है। कुछ जगन्नाथ भक्तों ने साहिद नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299 (जानबूझकर किया गया और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना है) के तहत मामला दर्ज किया गया।

पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों में शामिल सुब्रत मोहानी ने कहा, ‘अनुचित जगह भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाने से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। यह सभी जगन्नाथ भक्तों और सामान्य रूप से हिंदुओं का अपमान है। हमने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।’ इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद विदेशी नागरिक और टैटू पार्लर के मालिक ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।

बवाल मचने पर महिला ने क्या कहा

महिला ने हाथ जोड़कर वीडियो में कहा, ‘मैं भगवान जगन्नाथ का अपमान नहीं करना चाहती थी। मैं भगवान जगन्नाथ की सच्ची भक्त हूं और मैं प्रतिदिन मंदिर जाती हूं। मैंने गलती की और इसके लिए मुझे बहुत खेद है। मैंने कलाकार से टैटू को बस, किसी ऐसा जगह पर बनाने के लिए कहा था जो छिपा रहे। मैं कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहती थी। मुझे इसके लिए बहुत खेद है। जैसे ही टैटू वाला हिस्सा ठीक हो जाएगा, मैं इसे हटवा दूंगी। मेरी गलती के लिए मुझे माफ करें।’ टैटू की दुकान के मालिक ने कहा कि महिला अपनी जांघ पर भगवान जगन्नाथ का टैटू बनवाने के लिए उनकी दुकान पर आई थी।

पार्लर के मालिक ने माफी मांगी

टैटू पार्लर के मालिक ने कहा, ‘हमारे कर्मचारियों ने उसे ऐसा न करने की सलाह देते हुए कहा था कि वह इसे अपनी बांह पर गुदवा ले लेकिन उसने इसे अपनी जांघ पर ही गुदवाने पर जोर दिया। मैं इस घटना के लिए माफी मांगता हूं। मैं उस समय दुकान पर मौजूद नहीं था। टैटू कलाकार लगभग 25 दिन के बाद टैटू को या तो ढक देगा या इसे हटा देगा, क्योंकि इसे अभी हटाने से संक्रमण हो सकता है।’ उन्होंने बताया कि महिला ने आश्वासन दिया है कि वह टैटू को हटवाने या ढकने के लिए दोबारा दुकान पर आएगी।

फर्जी नौकरियों का झांसा देकर साइबर ठगी, वीडियो कॉल ऐप से हो रही डिवाइस हैकिंग

साइबर अपराधी अब नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने में माहिर हो गए हैं. हाल ही में साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने एक नए ऑनलाइन साइबर स्कैम का खुलासा किया है जिसमें जॉब सीकर्स को निशाना बनाया जा रहा है. यह ठगी खासतौर पर Web3 और क्रिप्टोकरंसी सेक्टर में नौकरी तलाशने वाले प्रोफेशनल्स को टारगेट कर रही है. इस घोटाले को LinkedIn और एक वीडियो कॉलिंग ऐप के जरिए अंजाम दिया जा रहा है.

कैसे हो रही है ठगी?

BleepingComputer की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधी LinkedIn और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी जॉब पोस्ट डाल रहे हैं. जब कोई उम्मीदवार इन नौकरियों के बारे में पूछताछ करता है तो उसे एक मैलीशियस वीडियो कॉल ऐप “GrassCall” डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है. इस ऐप के जरिए साइबर ठग लोगों के बैंक डिटेल्स समेत अन्य संवेदनशील जानकारियां चुरा लेते हैं.

अब तक सैकड़ों लोग इस घोटाले के शिकार हो चुके हैं जिनमें से कई को आर्थिक नुकसान भी हुआ है. खास बात यह है कि यह GrassCall मालवेयर Mac और Windows दोनों डिवाइसेस को नुकसान पहुंचा सकता है.

कौन चला रहा है यह साइबर स्कैम?

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस घोटाले के पीछे एक रूसी साइबर अपराधी ग्रुप “Crazy Evil” का हाथ है. यह ग्रुप सोशल इंजीनियरिंग अटैक्स के लिए कुख्यात है जिसमें वे यूजर्स को मैलीशियस सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवाकर उनका डेटा चुराते हैं. इस ग्रुप का एक सबग्रुप “Kevland” इस ऑपरेशन को मैनेज कर रहा था. ठगों ने LinkedIn, WellFound और CryptoJobsList जैसी वेबसाइट्स पर “ChainSeeker.io” नाम की फर्जी कंपनी बनाकर नौकरियों के विज्ञापन पोस्ट किए. इस कंपनी के नाम से एक प्रोफेशनल वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट भी तैयार किए गए, जिनमें फर्जी कर्मचारियों की प्रोफाइल और आकर्षक जॉब डिस्क्रिप्शन्स मौजूद थीं.

इंटरव्यू के बहाने फंसाया जाता था शिकार

जब उम्मीदवार इन नौकरियों के लिए आवेदन करते थे, तो उन्हें एक वर्चुअल इंटरव्यू के लिए ईमेल भेजा जाता था. इस ईमेल में उन्हें कंपनी के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी (CMO) से Telegram पर संपर्क करने के लिए कहा जाता था. फिर फर्जी CMO उम्मीदवारों को “GrassCall” वीडियो कॉलिंग ऐप डाउनलोड करने के लिए कहता था. लेकिन असल में GrassCall एक मैलीशियस ऐप थी, जो फोन या कंप्यूटर में इंस्टॉल होते ही निजी जानकारी चुराने लगती थी.

कैसे काम करता था GrassCall मालवेयर?

Windows डिवाइस में यह एक Remote Access Trojan (RAT) और Rhadamanthys इंफो-स्टीलर इंस्टॉल करता था. Mac डिवाइस में यह Atomic Stealer (AMOS) नामक मालवेयर डालता था, जो संवेदनशील डेटा चोरी करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह मालवेयर डिवाइस में स्टोर्ड डेटा स्कैन करता और क्रिप्टोकरंसी वॉलेट डिटेल्स, ब्राउज़र में सेव पासवर्ड, ऑनलाइन अकाउंट्स के कुकीज और वित्तीय जानकारी चुरा लेता था.

कैसे बचें ऐसे ऑनलाइन जॉब स्कैम से

LinkedIn और अन्य जॉब प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई नौकरियों की पुष्टि करें.
किसी अनजान ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांचें.
यदि कोई कंपनी Telegram या अन्य असुरक्षित चैट ऐप्स पर इंटरव्यू लेने के लिए कहे, तो सतर्क रहें.
किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और हमेशा आधिकारिक वेबसाइट्स से जानकारी लें.
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शादी से संतान तक हर मनोकामनाएं होती हैं पूरी! देश का इकलौता मंदिर, जहां पंचदेव के साथ विराजमान हैं महादेव

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सागर. यूं तो सागर में कई ऐतिहासिक देवस्थान है, लेकिन मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित पटनेश्वर धाम देश का इकलौता मंदिर है, जहां भगवान महादेव शंकर पंचदेव के रूप में विराजमान हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन मात्र से भगवान भोलेनाथ धन-धान्य, संतान सुख, नौकरी, विवाह और कोर्ट कचहरी जैसे कामों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. पंचदेव में भगवान विष्णु, गणपति, देवी दुर्गा जी, सूर्य देव भगवान चार दिशाओं में और प्रधान रूप में महादेव बीच में विराजमान हैं,

यहां पर पहले घना बियावन जंगल हुआ करता था, जहां स्वयंभू महादेव प्रकट हुए थे. यहां मराठा काल में रानी लक्ष्मीबाई खेर ने भव्य मंदिर का निर्माण कराया था, रानी के द्वारा मंदिर निर्माण को लेकर कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ ने स्वप्न में आकर दर्शन दिए थे. इसके अलावा इस मंदिर के चारों तरफ पांच विशाल वृक्ष लगे हुए हैं, जिनके नीचे सिद्ध संत तपस्या किया करते थे, उन महंत साधुओं को लेकर भी अलग-अलग कहानी यहां पर लोगों के द्वारा सुनाई जाती है जो किसी चमत्कार से कम नहीं लगती है.

महाशिवरात्रि को लेकर यहां पर पिछले 20 दिनों से उत्सव मनाया जा रहा है जिसमें लगन तिलक जैसी रस्में निभाई गई, और महाशिवरात्रि से पहले तेल हल्दी मागर माटी की रस में निभाई गई बुधवार को महाशिवरात्रि के दिन दिन भर यहां पर भक्तों का मेला लगा रहेगा हजारों लोग दर्शनों के लिए पहुंचते हैं दिन भर यहां पर भंडारा चलेगा करीब 9 एकड़ की जगह में मेला सज गया है और दुकान लग गई है,

मंदिर समिति के राजीव हजारी बताते हैं कि पंचदेव में मुख्य रूप से सूर्य देव प्रधान होते हैं लेकिन इस दिव्य मंदिर में महादेव सरकार प्रधान है और उनकी आजू-बाजू की दिशाओं में भगवान विष्णु गणपति देवी और सूर्य देव है की वजह से यहां पूजन अभिषेक यज्ञ करने की वजह से लोगों के मनोरथ पूरे होते हैं.

मंदिर से जुड़े प्रभात चौरसिया बताते हैं कि सागर से रहली जाती समय मराठा रानी लक्ष्मीबाई खेर का यहां पर पड़ाव होता था, उन्हें भगवान ने स्वप्न में दर्शन दिए थे इसके बाद मंदिर का निर्माण कराया था और बावड़ी का निर्माण कराया था यहां पर स्वयंभू शिवलिंग है.

तृ श्राप क्या है? पितृ दोष जितना ही खतरनाक, होंगे ये कष्ट, जानें इससे मुक्ति के 2 आसान उपाय

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जब किसी भी व्यक्ति को अपने पितरों का श्राप लगता है तो वह परेशान हो जाता है, उसके जीवन में उन्नति नहीं होती है. उसके परिवार में कलह क्लेश होता है. पितरों का श्राप दो तरह का होता है. एक पितृ श्राप और दूसरा मातृ श्राप. पितृ श्राप के समान ही मातृ श्राप व्यक्ति के लिए कष्टकारी होता है. मातृ श्राप का अर्थ है माता का श्राप. जो माताएं पितर हो गई हैं या आपके पूर्व जन्म में अपनी माता को दिए गए दुख, संताप से यह श्राप मिलता है. आइए जानते हैं कि मातृ श्राप क्या है? मातृ श्राप से क्या नुकसान होते हैं? मातृ श्राप से मुक्ति के उपाय क्या हैं?

मातृ श्राप क्या है?
जब कोई व्यक्ति अपनी मां या फिर मां के समान किसी महिला को पीड़ा पहुंचाता है, उसे अनेक प्रकार के दुख देता है, तब इसके परिणाम स्वरूप वह स्त्री श्राप या बद्दुआ देती है, जिससे उस व्यक्ति को मातृ दोष का भागी बनना पड़ता है. ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार से पितृ दोष लगता है.

मातृ श्राप से होने वाले नुकसान
1. यदि किसी व्यक्ति को मातृ श्राप या मातृ दोष है तो उस व्यक्ति को संतान सुख प्राप्त नहीं होता है.
2. मातृ श्राप के कारण व्यक्ति को पुत्र की हानि झेलनी पड़ती है.
3. मातृ श्राप की वजह से व्यक्ति को पुत्र की प्राप्ति नहीं होती है.
मातृ श्राप कैसे जानें?
1. ज्योतिष के अनुसार, यदि आपकी कुंडली के 5वें भाव का स्वामी 6, 8 या 12वें भाव में हो, लग्न का स्वामी ग्रह नीच राशि में हो और चंद्रमा भी नीच का हो तो मातृ श्राप की वजह से उसे पुत्र की प्राप्ति नहीं होती है.

2. सुख भाव में पाप ग्रह, पंचमेश ग्रह शनि के साथ हो, 8वें और व्यय स्थान में पाप ग्रह होता है तो उस व्यक्ति को मातृ दोष लगता है. इससे उसे पुत्र की हानि होती है.

3. लाभ स्थान में शनि, 4वें भाव में पाप ग्रह, 5वें भाव में नीच का चंद्रमा होने से भी मातृ श्राप लगता है.

4. पंचमेश चंद्रमा होकर नीच राशि में हो और पाप ग्रहों के बीच हो, 4वें और 5वें भाव में पाप ग्रह रहे, तो भी मातृ श्राप लगता है.

5. लग्न में 6 और 8वें भाव का स्वामी बैठा हो, व्यय स्थान पर 4वें भाव का स्वामी हो, गुरु और चंद्रमा पाप ग्रहों के साथ हों तो मातृ श्राप लगता है.
6. अष्टमेश 9वें भाव और पंचमेश 8वें भाव में रहे, चंद्रमा और चतुर्थेश 6, 8, 12वें स्थान पर हो तो भी मातृ श्राप का भागी बनना पड़ता है.
मातृ श्राप से मुक्ति के उपाय
1. मातृ श्राप से मुक्ति के लिए आप किसी ब्राह्मण से पुरुषसूक्त और श्री सूक्त का पाठ कराएं. यह पाठ 21 बार कराना होगा. पाठ के बाद पीपल के पेड़ की कम से कम 21 बार परिक्रमा करें. उसके बाद पूजा करें. इस उपाय को करने से मातृ श्राप से मुक्ति मिलती है और पुत्र की प्राप्ति होने का योग बनता है.

2. मातृ श्राप से मुक्ति का दूसरा उपाय है कि आप 11 हजार से सवा लाख तक गायत्री मंत्र का जाप कराएं. उसके बाद किसी ब्राह्मण और उसकी पत्नी को भोजन कराएं. उनको दूध और दक्षिणा दें. इसमें आप फल, कपड़े, चांदी की कटोरी में चावल भरकर दान करें.

ब्रह्मा और विष्णु के उस युद्ध की कहानी…जिसे रोकने के लिए भगवान शिव ने लिया था अनोखा रूप

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जब ब्रह्मा और विष्णु का युद्ध हुआ. भगवान शंकर इस युद्ध को रोकने के लिए विशाल अग्नि स्तंभ के रूप में प्रकट हो गए थे. जिसका आदि और अंत न ब्रह्मा ने पाया, न भगवान नारायण ने. इसी प्रसंग में झूठ बोलने पर भगवान शंकर ने भैरवनाथ को प्रकट किया जिन्होंने झूठ बोलने वाले ब्रह्मा जी का पांचवा सर धड़ से अलग कर दिया. शिव पुराण प्रवक्ता आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने लोकल 18 को इस बारे में बताया.

ब्रह्मा-विष्णु के युद्ध और महादेव से जुड़ी कहानी
आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बताया कि भगवान शंकर ने अपने अग्नि स्तंभ के आकार को छोटा करके शिवलिंग के रूप में परिणत कर दिया. यह तिथि जिस दिन शिवलिंग प्रकट हुआ, यह शिवरात्रि के नाम से जगत में विख्यात हुई स्वयं भगवान शंकर ने कहा कि मेरी समस्त तिथियों में यह शिवरात्रि सबसे पवित्र और मुझे सबसे अधिक प्रिय है.

उन्होंने बताया कि भगवान शंकर के प्राकट्य की तिथि को किस प्रकार से विवाह की तिथि के रूप में प्रचारित प्रसारित किया गया. भगवान शंकर उस युद्ध को रोकने के लिए विशाल अग्नि स्तंभ के रूप में प्रकट हो गए थे. जिसका आदि और अंत न ब्रह्मा ने पाया ना भगवान नारायण ने इसी प्रसंग में झूठ बोलने पर भगवान शंकर ने भैरवनाथ को प्रकट किया. जिन्होंने झूठ बोलने वाले ब्रह्मा जी का पांचवा सर धड़ से अलग कर दिया. तब भगवान शंकर ने अपने अग्निस्तंभ के आकार को छोटा करके शिवलिंग के रूप में परिणत कर दिया.

लोगों ने की अपील
आश्चर्य ने बताया कि भगवान शंकर के प्राकट्य की तिथि को किस प्रकार से विवाह की तिथि के रूप में प्रचारित प्रसारित किया गया. इसे रोकने का कभी किसी ने कोई प्रयास भी नहीं किया. आचार्य विष्णु कांत शास्त्री जी ने सभी सनातनियों से विनम्र निवेदन किया है कि आगामी महाशिवरात्रि को शिव विवाह न करें. अपितु भगवान शंकर की चार प्रहर में पूजा करके शिवलिंग के प्राकट्य का उत्सव मनाएं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें.

फंसे हुए मजदूरों के बेहद करीब पहुंची NDRF, कितनी है बचने की उम्मीद? जानें तेलंगाना टनल हादसे की लेटेस्ट अपडेट

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तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) हादसे में फंसे 8 मजदूरों को बचाने के लिए चल रहे ऑपरेशन का आज (26 फरवरी) पांचवां दिन है. अब तक मजदूरों से किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो पाया है. हालांकि ग्राउंड जीरों से खबर यह है कि NDRF की टीम इन मजदूरों के काफी करीब पहुंच चुकी है. NDRF उस आखिरी पॉइंट तक पहुंच गई है, जहां टनल की छत का हिस्सा ढहा था.

नागरकुर्नूल जिले में 22 फरवरी को यह टनल हादसा हुआ था. पिछले चार दिनों से यहां रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है. NDRF और SDRF के साथ ही इंडियन आर्मी भी लगी हुई है. भू-वैज्ञानिकों से लेकर तमाम एडवांस तकनीकों के जरिए फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने वाली रेट माइनर्स भी सोमवार से रेस्क्यू ऑपरेशन में भिड़ चुके हैं.

क्या आ रही है समस्या?
टनल में लगातार पानी का रिसाव और ढहता मलबा सबसे बड़ी परेशानी है. पानी और मलबे को लगातार बाहर निकाला जा रहा है. हर मिनट टनल में 3200 लीटर पानी भरा रहा है, जिससे कीचड़ भी बढ़ता जा रहा है. यही सबसे बड़ी समस्या है. विशेषज्ञों का मानना है कि टनल भी अस्थिर है और ज्यादा खुदाई से बचाव कर्मियों की सुरक्षा भी दांव पर लग सकती है. समस्या यह भी है कि टनल में आने और जाने का एक ही रास्ता है. ऊपर से टनल में प्रवेश करने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के प्रस्ताव को अधिकारियों ने खारिज कर दिया है.

 

तेलंगाना मंत्री ने बताया आगे क्या होगा?
तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए इस घटना को सबसे कठिन सुरंग बचाव अभियान बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि सुरंग में पानी और ढहते मलबे के भारी प्रवाह के कारण बचावकर्मियों की जान भी जोखिम में पड़ सकती है. पीटीआई के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘एक बड़ी समस्या यह है कि सुरंग में बहुत तेज गति से पानी का प्रवाह जारी है, ढहता मलबा भी है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि बचाव में जाने वाले लोगों की जान भी खतरे में पड़ सकती है. इसलिए हम सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ की राय लेकर ही फैसले ले रहे हैं.’

PM मोदी ने दी महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं, कहा- ये अवसर विकसित भारत के संकल्प को…

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देश में बुधवार (26 फरवरी) को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. प्रयागराज महाकुंभ का आज आखिरी स्नान भी है, जिसमें लाखों-करोड़ों की संख्या में लोग आस्था की डुबी लगा रहे हैं. महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं.

पीएम मोदी ने महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये दिव्य अवसर आप सभी के लिए सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए, साथ ही विकसित भारत के संकल्प को सुदृढ़ करे. इस पोस्ट के साथ पीएम मोदी ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह भगवान शंकर के वैभव को बता रहे हैं.

जो कल्याण करे, वही शंकर: पीएम मोदी

वीडियो में पीएम मोदी कह रहे हैं, ‘शं करोति स: शंकर: यानी जो कल्याण करे वही शंकर है. शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है. सबकुछ अलौकिक है. असाधारण है. अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है. शिवम् ज्ञानम् जिसका अर्थ है शिव ही ज्ञान है और ज्ञान ही शिव है. शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांड का सर्वोच्च दर्शन है. और दर्शन ही शिव का दर्शन है.

 

 

जब महाकाल का आशीर्वाद मिलता है तो समय की सीमाएं सिमट जाती हैं: PM

भगवान शिव की व्याख्या करते हुए पीएम मोदी कहते हैं- ‘सोयं भूति विभूषण: भस्म को धारण करने वाले हैं. वो अनश्वर और अविनाशी भी हैं और महाकाल का आशीर्वाद जब मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं. समय ही सीमाएं सिमट जाती हैं और अनंत के अवसर प्रस्फुटित हो जाते हैं. अनंत से अनंत की यात्रा आरंभ हो जाती है. यही हमारी सभ्यता का वो आध्यात्मिक आत्मविश्वास है, जिसके सामर्थ्य से भारत हजारों वर्षों से अमर बना हुआ है, अजर: अमर बना हुआ है. ऊं नम: पार्वती पतये, हर-हर महादेव.’

यूपी-दिल्ली, बिहार समेत इन राज्यों में होगी बारिश, महाराष्ट्र और गुजरात में पारा हाई, गर्मी की शुरुआत

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देश के कई हिस्सों में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 25 फरवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ शुरू हो चुका है, जिसका असर उत्तर और उत्तर पश्चिमी भारत के राज्यों में दिखाई देगा. पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव जम्मू कश्मीर में भी देखने को मिलेगा. यहां पर 26 से 28 फरवरी के बीच तेज बारिश और जोरदार बर्फबारी की संभावनाएं जताई गई है. इसके अलावा पहाड़ी राज्य हिमाचल और उत्तराखंड में भी 28 फरवरी तक बारिश और बर्फबारी के अनुमान है.

पश्चिमी विक्षोभ का असर दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा, जहां पर हल्की बारिश के साथ हल्की ठंड बढ़ सकती है. आईएमडी के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है तो वहीं अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा. पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा. इसके कारण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे. कहीं पर हल्की ठंड भी बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश के अनुमान लगाए हैं. पश्चिमी यूपी के नोएडा, गाजियाबाद समेत कुछ जिलों में गुरुवार (27 फरवरी, 2025) को गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है.

महाराष्ट्र और गुजरात में बढ़ेंगी गर्मी

मौसम विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र और गुजरात में बुधवार को तापमान बढ़ सकता है. मुंबई और अहमदाबाद में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचाने की संभावनाएं जताई गई है. यहां गर्मी बढ़ सकती है. हालांकि, शाम के समय मौसम सुहावना हो सकता है.

उत्तर-पूर्वी राज्यों में मौसम साफ

वहीं बीते कुछ दिनों से उत्तर पूर्वी राज्य, जैसे मेघालय, मणिपुर, असम और नागालैंड के साथ अरुणाचल प्रदेश में चक्रवात का असर देखने को मिला था, लेकिन अब यहां मौसम साफ है. हालांकि, हल्की ठंड का असर भी दिखाता रहेगा. दक्षिणी राज्य केरल कर्नाटक और तमिलनाडु की बात करें तो यहां पर भी हल्की बारिश होने की संभावना है. चेन्नई और बेंगलुरु में हल्के बादल छाए रहेंगे, जिससे तापमान कम हो सकता है.

‘सबसे खराब एयरलाइन, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड’, शिवराज के बाद अब BJP के इस नेता ने एअर इंडिया पर निकाली भड़ास

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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब बीजेपी के एक और नेता ने एअर इंडिया की टूटी हुई सीटों को लेकर आलोचना की. बीजेपी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने मंगलवार (25 फरवरी) को एअर इंडिया को सबसे खराब एयरलाइन बताते हुए कहा कि अगर इसके लिए कोई ऑस्कर जैसा अवॉर्ड होता तो एअर इंडिया सभी श्रेणियों में जीत हासिल करती.

हालांकि जयवीर शेरगिल ने उस घटना के बारे में अधिक जानकारी शेयर नहीं की. शेरगिल ने X पर पोस्ट कर कहा कि ‘टूटी हुईं सीटें, खराब स्टाफ, ग्राउंड सपोर्ट स्टाफ की दयनीय स्थित और कस्टमर सर्विस’ एयरलाइन की तीखी आलोचना की कुछ वजहें हैं. उन्होंने कहा कि एअर इंडिया से उड़ान भरना कोई सुखद अनुभव नहीं था.

एअर इंडिया ने बीजेपी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल की आलोचना का जवाब दिया और असुविधा के लिए माफी मांगी. शेरगिल की पोस्ट के जवाब में एयरलाइन ने कहा, ‘प्रिय श्री शेरगिल, आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है. कृपया डीएम के माध्यम से यात्रा विवरण हमारे साथ साझा करें. हम आपसे संपर्क करेंगे.’

शिवराज सिंह चौहान ने की थी टूटी कुर्सी मिलने की शिकायत

यह पहली घटना नहीं है, जब एयरलाइन को मिसमैनेजमेंट के लिए राजनीतिक हस्तियों की आलोचना का सामना करना पड़ा हो. हाल ही में बीजेपी नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एअर इंडिया पर खराब सर्विस का आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया था कि एअर इंडिया की फ्लाइट में उन्हें टूटी हुई सीट अलॉट की गई थी. शिवराज ने अपनी पोस्ट में कहा कि उनकी धारणा थी कि टाटा ग्रुप के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया की सेवाएं बेहतर हुई होंगी, लेकिन ये उनका भ्रम निकला. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब यात्रियों से पूरा पैसा वसूला जाता है तो उन्हें खराब और असुविधाजनक सीट पर बैठाना कितना उचित है?

एयरलाइन ने मांगी थी माफी

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पोस्ट के बाद एअर इंडिया की ओर से तुरंत रिएक्शन आया और उसने इसके लिए माफी मांगी. एअर इंडिया ने लिखा ‘माननीय आपको हुई असुविधा के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. कृपया निश्चिंत रहें हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न दोहराई जाए.’ एअर इंडिया ने आगे अनुरोध किया कि वे DM (Direct Message) के माध्यम से बातचीत के लिए सुविधाजनक समय शेयर करें ताकि इस मामले को बेहतर तरीके से सुलझाया जा सके.

इंश्योरेंस के नाम पर बड़ा स्कैम, CBI की अदालत ने पांच लोगों को भेजा जेल, 5 करोड़ का जुर्माना

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत ने अहमदाबाद में एक बड़े इंश्योरेंस घोटाले में पांच आरोपियों को दोषी करार देते हुए 5 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है. इसके अलावा, अदालत ने इन पर कुल 5.91 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जिसमें से 5.52 करोड़ रुपये दो निजी कंपनियों पर लगाए गए हैं.

कौन-कौन हुआ दोषी?

CBI की विशेष अदालत कोर्ट नंबर-02, अहमदाबाद ने जिन आरोपियों को सजा सुनाई है, उनमें शामिल हैं:

मधुसूदन बी पटेल, तत्कालीन डिविजनल मैनेजर, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (UIICL), अहमदाबाद
पंकज गुप्ता, एमडी, आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड
इंदरजोत सिंह, डायरेक्टर, सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड
दो निजी कंपनियां – आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्रा. लि. और सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्रा. लि.
क्या था घोटाला?

CBI ने 6 फरवरी 2012 को इस मामले में केस दर्ज किया था. जांच में पता चला कि मधुसूदन बी पटेल ने मार्च 2007 से नवंबर 2010 के बीच अहमदाबाद स्थित यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी (UIICL) के डिविजनल ऑफिस-06 में रहते हुए, गुजरात सरकार के गुजरात इंश्योरेंस फंड (GIF) के लिए गुप्त तरीके से ग्रुप जनता पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी जारी की थी.

यूजर-आईडी और पासवर्ड का गलत इस्तेमाल किया है

इन पॉलिसी को जारी करते समय पटेल ने अपने यूजर-आईडी और पासवर्ड का गलत इस्तेमाल किया और दो निजी ब्रोकर्स- आइवरी इंश्योरेंस ब्रोकर्स और सेफवे इंश्योरेंस ब्रोकर्स के नाम पर पॉलिसी रजिस्टर कर दी, जबकि गुजरात इंश्योरेंस फंड (GIF) ने इन ब्रोकर्स को कोई अधिकृत आदेश (मैंडेट) नहीं दिया था.

इस धांधली की वजह से 2.69 करोड़ रुपये की गलत तरीके से ब्रोकरेज भुगतान हुआ, जिससे सरकारी इंश्योरेंस कंपनी UIICL को भारी नुकसान हुआ और निजी कंपनियों को अनुचित लाभ मिला.

CBI की कार्रवाई और कोर्ट का फैसला

CBI ने 7 दिसंबर 2012 को आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इस मामले की सुनवाई के दौरान 20 गवाहों के बयान दर्ज किए गए और 61 दस्तावेजों को अदालत में पेश किया गया. अदालत ने सभी सबूतों को देखने के बाद आरोपियों को दोषी माना और 5 साल की कठोर सजा सुनाई. साथ ही 5.91 करोड़ रुपये का कुल जुर्माना भी लगाया.

क्या है यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी?

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी (UIICL) एक सरकारी बीमा कंपनी है, जो 1972 में राष्ट्रीयकरण के बाद बनी थी. यह कंपनी भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन काम करती है और देशभर में लाखों पॉलिसीधारकों को बीमा सेवाएं देती है. सरकारी कंपनियों में घोटालों से जनता की गाढ़ी कमाई का नुकसान होता है, इसलिए CBI और अन्य एजेंसियां ऐसे मामलों की जांच करके दोषियों को सजा दिलाने का काम करती हैं.