अगर आप वाहन से नियमित रूप से शहर से बाहर जाते हैं, हाईवे या एक्सप्रेसवे से सफर के दौरान टोल प्लाजा में टोल चुकाते हैं. ऐसे वाहन चालकों के लिए यह काम की खबर हो सकती है. उनकी जेब हल्की होने से बच सकती है. टोल प्लाजा पर फास्टैग से जुड़ी पांच गलतियां वाहन चालकों के लिए भारी पड़ सकती है. सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा 31 जनवरी के बाद से लागू फास्टैग के नए वाहन चालकों के लिए भारी पड़ेंगे.
दिल्ली परिवहन विभाग के पूर्व अधिकारी और ट्रांसपोर्ट एक्सपर्ट अनिल छिकारा बताते हैं कि वाहन चालकों की छोटी सी गलती की वजह से फास्टैग लगे होने के बावजूद उन्हें पेनाल्टी चुकानी पड़ती है. देश में लगभग 98 प्रतिशत की पहुंच दर और 8 करोड़ से अधिक वाहनों पर फास्टैग लगा है. वाहन चालक वो पांच कौन सी गलतियां अधिक करते हैं, जिनकी वजह से पेनाल्टी चुकानी पड़ सकती है. इनसे कैसे बचा जा सकता है. आइए जानें-
क्या हैं वो 5 गलतियां
लोग भले ही छोटी गाड़ी में इस्तेमाल कर रहे हों तो वाहनों का डेटाबेस गलत तैयार हो सकता है या टोल पर दूसरी और फास्टैग पर दूसरी गाड़ी पार होगी. इन भी कार्रवाई हो सकती है.
फास्टैग की क्लोनिंग भी हो जाती है. इसलिए फास्टैग अधिकृत विक्रेता से ही खरीदें. ऐसे फास्टैग टोल प्लाजा में फर्जी करार दिए जाएंगे और पेनाल्टी चुकानी पड़ेगी.