कांग्रेस नेता बोले,'PM मोदी ना होते तो अयोध्या में राम मंदिर नहीं बन पाता

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेता शामिल होने के लिए सोमवार को अयोध्या पहुंचे. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को देखने के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में वीआईपी मेहमान भी काफी पहले ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए हैं. अमिताभ बच्चन, उनके बेटे अभिषेक बच्चन, हेमा मालिनी, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, विक्की कौशल, कैटरीना कैफ, अनुपम खेर, रजनीकांत, चिरंजीवी, राम चरण, सचिन तेंदुलकर, वेंकटेश प्रसाद, सोनू निगम, कंगना रनौत उन वीआईपी मेहमानों में शामिल हैं जो समारोह देखने पहुंचे हैं. कार्यक्रम स्थल पर उद्योगपति अनिल अंबानी, योग गुरु बाबा रामदेव, कवि कुमार विश्वास भी नजर आए. हेलीकॉप्टरों ने मेहमानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया.

वहीं कांग्रेस के कई सीन‍ियर नेताओं ने राम मंद‍िर प्राण प्रत‍िष्‍ठा कार्यक्रम से दूरी बनाई है. वहीं अयोध्या पहुंचे कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम कहते हैं क‍ि यह सनातन के शासन और ‘राम राज्य’ की पुनः स्थापना का दिन है. यह दिन सदियों के संघर्ष और हजारों लोगों के बलिदान के बाद आया है. मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होगा. यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह संभव था.

आपको बता दें क‍ि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का टेलीविजन और ऑनलाइन मंचों के माध्यम से सीधा प्रसारण करने का पूरा बंदोबस्त किया गया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी आधे दिन की छुट्टी का एलान किया है. राज्य सरकार इस बड़े दिन की तैयारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और बहुस्तरीय सुरक्षा योजना के तहत शहर भर में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कई दल भी तैनात किए गए हैं.

प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए इंतजाम किए हैं. कड़ाके की ठंड को देखते हुए शहर और जिला अस्पतालों और यहां के मेडिकल कॉलेज में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं. एम्स के विशेषज्ञों ने डॉक्टरों को केंद्रित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण दिया है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित कुछ लोग रविवार को ही अयोध्या पहुंच गए.

7 हजार से ज्‍यादा वीवीआईपी गेस्‍ट को न्‍योता

समारोह के आमंत्रित अतिथियों की सूची में सात हजार से अधिक लोग हैं. इस कार्यक्रम में आमंत्रित प्रमुख लोगों में बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी और दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं. प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वालों में राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोग भी शामिल हैं. समारोह में आमंत्रित लगभग सभी विपक्षी नेताओं ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है, कांग्रेस ने इसे ‘‘भाजपा- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यक्रम’’ करार दिया है. कुछ अन्य लोग भी हैं, जो सूची में नहीं हैं, मगर वे जबरदस्त सर्दी के बीच पैदल चलकर, साइकिल चलाकर और यहां तक ​​​​कि स्केटिंग कर लंबी दूरी तय करके अयोध्या पहुंच रहे हैं.

क्‍या-क्‍या म‍िले उपहार?

भगवान राम की छवि से सजी चूड़ियों से लेकर 56 प्रकार के ‘पेठा’ और 500 किलो का लोहे-तांबे का ‘नगाड़ा’ और कन्नौज से विशेष इत्र, अमरावती से 500 किलोग्राम ‘कुमकुम’ की पत्तियां, दिल्ली में एक राम मंदिर में एकत्र किया गया अनाज, भोपाल से फूल और मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से 4.31 करोड़ बार भगवान राम लिखे कागज अयोध्या भेजे गये हैं. अन्य उपहारों में 108 फुट की अगरबत्ती, 2100 किलोग्राम की घंटी, 1,100 किलोग्राम वजन का एक विशाल दीपक, सोने के जूते, 10 फुट ऊंचा ताला और चाबी और एक घड़ी शामिल है जो एक साथ आठ देशों का समय बताती है. नेपाल के जनकपुर में देवी सीता की जन्मस्थली से भी 3,000 से अधिक उपहार आए हैं. श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल रामायण में वर्णित उद्यान अशोक वाटिका से एक विशेष उपहार लेकर आया है.

By kavita garg

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