अयोध्या में श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए उमड़ी रामभक्तों की भीड़ के बाद दोबारा सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। अयोध्या की ओर किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। प्रशासन के मुताबिक, दोपहर दो बजे तक ढाई लाख लोगों ने दर्शन कर लिए। भीड़ को काबू करने के लिए 8 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
Ayodhya दर्शन के लिए उमड़े हुजूम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दोपहर में शयन के लिए बंद किए गए भगवान रामलला के कपाट एक घंटे पहले ही खोल दिए गए। रामलला के शयन के लिए पट दोपहर 12.30 बजे से 2 बजे तक बंद रहने थे, लेकिन भीड़ के चलते 1 बजे ही खोल दिए गए। लोगों को दर्शन के लिए छोटे-छोटे ग्रुपों में भेजा जा रहा है। एक बार तो लोग सिक्योरिटी तोड़कर ही भाग निकले।
बांस-बल्ली के साथ ट्राली बैरियर लगाकर पुलिस कर्मियों सहित दारोगा को तैनात कर दिया गया है। Ayodhya की सीमाएं सील होने से लोगों के समक्ष परेशानी बढ़ गई है। यहां से सिर्फ पासधारकों, इमरजेंसी सेवा की एंबुलेंस परीक्षार्थियों, किसानों को डीजल, पेट्रोल, आवश्यक वस्तुओं दूध, सब्जी, गैस सिलेंडर आदि पूर्ति के वाहनों को चेकिंग व पुष्टि के बाद ही आवागमन की सामान्य छूट दी जा रही है।
श्रद्धालुओं को अयोध्या लेकर जाने वाले, भगवाध्वज लगे वाहनों को कतई प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रोकने के लिए डबल बैरियर पर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। एसपी डा. कौस्तुभ ने यादवनगर व एएसपी विशाल पांडेय ने अयोध्या (Ayodhya) जिले से लगने वाली सीमाओं अयोध्या-बसखारी मार्ग की सीमा यादवनगर, भीटी-हैदरगंज मार्ग, चनहा चौराहा, नगहरा, महरुआ, इल्तिफातगंत, सम्हरिया, सेवागंज पूर्वी-पश्चिमी बार्डर पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया।