बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। लोकसभा चुनाव से पहले ही बिहार में नीतीश कुमार ने बड़ा खेल कर दिया। बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के रविवार को पटना आने की संभावना है। जेडीयू विधायक दल की बैठक कल के बजाय आज रात में ही हो सकती है। नीतीश कुमार ने विधायकों को अपने आवास पर बुलाया है। वहीं, आज दोपहर में तेजस्वी यादव के आवास पर आरजेडी विधायक दल की बैठक हुई। इसमें लालू यादव को पार्टी के आगे के फैसले लेने के लिए अधिकृत किया गया है। इसी के साथ बता दें कि राबड़ी, मीसा सहित 9 आरोपियों को स्पेशल कोर्ट का समन आ चुका है।
बिहार की राजनीति में इस समय जो हड़कंप मचा हुआ है। उस पर कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। तो वहीं बीजेपी के नेता अब आरजेडी पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में विशेष न्यायालय के संज्ञान लेने और राबड़ी देवी, मीसा यादव सहित 9 आरोपियों को कोर्ट में नौ फरवरी को उपस्थित होने का समन मिलने पर लालू प्रसाद को बताना चाहिए कि सच क्या है।
निदेशालय) के आरोप पत्र में न्यायालय के समक्ष ठोस प्रमाण रखे गए हैं, इसलिए लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को राजनीतिक बयान देने के बजाय तथ्यपरक जवाब देना चाहिए। मोदी ने कहा कि उन्हें देश की जांच एजेंसियों को बताना ही होगा कि ये अमित कात्याल कौन है, जिसकी कंपनी ने रेलवे में नौकरी पाने वालों की जमीन खरीदी? उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएँ कि वे दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कालोनी के 150 करोड़ के मकान डी-1088 के मालिक कैसे बन गए और कौन हैं हृदयानंद चौधरी, जिन्होंने रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले अपनी कीमती जमीन राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी?
मोदी ने कहा कि एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अमित कात्याल की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये वही अमित कात्याल (एके) हैं जिन्होंने राबड़ी देवी की सरकार के समय बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगायी थी और बदले में अपनी कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के सारे सारे शेयर मात्र 1 लाख रुपये में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को बेच दिये थे।