गुजरात के रहने वाले 2 लड़कों ने ऐसा खेल खेला कि मात्र 3 महीनों के छोटे से समय में 60 करोड़ रुपये से अधिक बना लिए. अब ये दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं. आप पूछेंगे कि पुलिस ने इन्हें क्यों पकड़ लिया? तो बता दें कि इन्होंने ये पैसा कोई बिजनेस करके या एक नंबर से नहीं, बल्कि लोगों को ठग-ठगकर बनाया. ये दोनों लड़के कॉलेज ड्रॉपआउट हैं, और अब आगे की जिंदगी भी आसान नहीं रहने वाली है.
मुंबई पुलिस ने 33 वर्षीय रूपेश ठक्कर, और 34 वर्षीय पंकजभाई गोवर्धन को गिरफ्तार किया है. इन दोनों को पुलिस ने लोगों को चीट करने और पैसा ठगने के आरोप में पकड़ा है. पुलिस के मुताबिक, एक 19 वर्षीय लड़के की शिकायत पर दोनों को अरेस्ट किया गया है. इस लड़के से इन्होंने 2.45 लाख रुपये ठग लिए गए थे.
लंदन में बैठा है ठगों का चीफ
एक ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने दोनों के बैंक अकाउंट्स से 1.1 करोड़ रुपये प्राप्त किए. बाद में जब पुलिस ने गहन पड़ताल की तो पता चला कि उन्होंने कई और लोगों को भी अपना शिकार बनाया था और इस तरह कुल मिलाकर 60 करोड़ रुपये इकट्ठा कर लिए थे. ये दोनों तो पकड़ लिए गए हैं, लेकिन पुलिस इनके चीफ तक नहीं पहुंच पाई है. बताया गया है कि वह कहीं लंदन में बैठकर इन दोंनो को इंस्ट्रक्ट कर रहा था.
ऐसा हुआ स्कैम का खुलासा
एक 19 साल के लड़के कृष ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में पूरी जानकारी दी है. उसने अक्टूबर 2023 में इसकी शिकायत दर्ज की थी. उसने बताया था कि उसे एक ऑनलाइन जॉब ऑफर की गई थी और उसे अलग-अलग रेस्टोरेंट्स के रिव्यू डालने को कहा गया था. उसे बताया गया था कि इस काम के लिए उसे 10,000 रुपये प्रति सप्ताह मिलेंगे, जबकि उसे बहुत दिन में काफी कम समय के लिए काम करना पड़ेगा.
यह सुनकर कृष खुश हो गया और उसे लगा कि अब लाइफ आसान हो जाएगी. यहां तक कि उसे यह भी भरोसा दिलाया गया कि उसे 3,000 से 5,000 रुपये का बोनस भी मिलेगा, जिसका भुगतान हर दिन कर दिया जाएगा.
कहां हुई महिला की एंट्री?
कृष ने पुलिस को बताया कि इस सबके बीच एक मारिया नामक महिला की एंट्री हुई. मारिया ने उसे 1,000 रुपये निवेश करने को कहा, जिसके लिए उसे 300 रुपये का प्रॉफिट मिलेगा. साथ ही यह भी कहा कि यदि वह 2,000 रुपये निवेश करेगा तो 600 रुपये और 3,000 के निवेश पर 900 रुपये मिलेंगे. इसी महिला के कहने पर उसने निवेश करना शुरू किया और धीरे-धीरे करके काफी पैसा खो दिया.
माटुंगा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर दीपक चावन के अनुसार, कृष ने पहले 1,000 रुपये निवेश किए और मिले काम को पूरा करने के बाद 1,650 रुपये मिले. धीरे-धीरे करते उसने 2.45 लाख रुपये निवेश कर दिए. इतना पैसा इसलिए निवेश करता गया, क्योंकि उसे कमाई होने के मैसेज लगातार मिल रहे थे. फिर जब उसने अपनी कमाई को निकलवाना चाहा, तो सच से पर्दा उठा. कृष पैसा निकलवा नहीं पाया. पुलिस के पास मामला पहुंचा तो साइबर क्राइम अधिकारियों के साथ मिलकर दो आरोपियों को पकड़ लिया गया.