सर्दियों में गलत तरीके से नहाने से होता है हार्ट अटैक, पैरालिसिस का बढ़ जाता है खतरा!

सागर सहित पूरे बुंदेलखंड में इस समय भयंकर ठंड पड़ रही है. बारिश, कोहरा और ठंड की वजह से लोग ठिठुर रहे हैं. शीतलहर चलने से प्रशासन द्वारा सावधानी बरतने की एडवाइजरी भी जारी की गई है. इसके अलावा ठंड के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक और पैरालिसिस की भी संभावना बढ़ जाती है. जो कभी-कभी जानलेवा हो जाती है. सर्दी के मौसम में छोटी-छोटी बातों का अगर ध्यान रखा जाए तो हम इन बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं.

सर्दी में रहें सावधान ठंड से करें बचाव

सागर संभाग की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योति चौहान बताती हैं कि ठंड में बुजुर्गों को जरूर बचना चाहिए. एक तो वे 10 बजे के पहले न नहाएं और अगर नहाते हैं तो अपने शरीर को अच्छी तरह से तौलिया से पोछें. जब पूरा बदन सूख जाए, इसके बाद गर्म कपड़े पहन कर ही बाथरूम से बाहर निकलें. ऐसा देखा जाता है कि बुजुर्ग जब नहाते हैं तो उनके शरीर पर पानी की कुछ बूंदे रह जाती हैं और ऐसे ही पूजा करने के लिए चले जाते हैं. जिसकी वजह से वातावरण में गर्मी होती है और वह वाष्पीकृत होती है. इसकी वजह से उन्हें और ज्यादा ठंड महसूस होती है. ठंडे पानी से भी नहीं नहाना चाहिए गुनगुने पानी से नहाएं.

ये हैं ठंड में हार्ट अटैक के कारण

जब ठंड ज्यादा महसूस होती है तो सारी क्रियाएं ठंड को बचाने में लग जाती हैं. इसकी वजह से ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है. इसी वजह से ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक और पैरालिसिस आता है. इसलिए इन बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो उन्हें गर्म कपड़े पहनाएं. पैर में मोजे जरूर होने चाहिए, क्योंकि जब वह फर्श पर चलते हैं तो ठंड सीधे उनके शरीर के अंदर चली जाती है. इसलिए सिर में टोपा जरूरी है. वहीं जो यंग जनरेशन के युवा होते हैं उन्हें काम पर जाने की जरूरत होती है. इसलिए इस मौसम में बहुत तेज स्पीड में टू व्हीलर न चलाएं अपने शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखें. हेलमेट का उपयोग करें सर में भी बचाव के लिए मफलर बांधना चाहिए.

By kavita garg

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