अयोध्या में जमीन के रेट आसमान पर, 3 महीनों में 10 लाख वाले प्लाट की कीमत पहुंची ₹28 लाख

अयोध्या में श्रीराम के आगमन से प्रॉपर्टी में काफी बूम देखने को मिला है. आलम यह है कि केवल तीन महीनों में ही प्रॉपर्टी के दाम 179 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं. मैजिकब्रिक्स की एक रिपोर्ट इस बात पर मुहर लगाती है कि अयोध्या अब एक हॉट-स्पेस बन चुका है, जहां बड़े-बड़े लोग भी निवेश करने को आतुर हैं. हाल ही में यह खबर भी आई है कि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने भी अयोध्या में एक प्लॉट खरीदा है.

प्रॉपर्टी से जुड़े ऑनलाइन पोर्टल मैजिकब्रिक्स की रिसर्च कहती है कि अयोध्या में अक्टूबर 2023 में जिस जगह का रेट 3,174 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट था, जनवरी 2024 में उसी जगह का दाम 8,877 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट हो चुका है. पोर्टल ने मनीकंट्रोल को इस बारे में अपना स्टेटमेंट देते हुए इसकी पुष्टी भी की है. इस हिसाब से देखा जाए तो 10 लाख रुपये वाली प्रॉपर्टी का रेट बढ़कर लगभग 28 लाख रुपये तक पहुंच गया है.

मैजिकब्रिक्स ने दावा किया कि इसके साथ ही अयोध्या में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज़ की सर्च 6.25 गुना बढ़ गई है. अयोध्या के एक स्थानीय रियल एस्टेट ब्रोकर अमित सिंह ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में शहर में सर्कल दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन बाजार रेट बहुत अधिक है, जिससे कीमतों के बीच अंतर हो गया है. उन्होंने कहा, “शहर के कुछ इलाकों में कीमतें अब पहुंच से बाहर हैं, खासकर स्थानीय लोगों के लिए.”

सिंह ने कहा, “राम मंदिर के उद्घाटन और शहर में बुनियादी ढांचे के विकास के कारण संपत्ति की कीमतों में पिछले छह महीनों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है. इस अवसर को भुनाने के लिए, देश भर के अन्य जिलों और क्षेत्रों के कई खरीदारों ने यहां ऊंचे दामों पर संपत्तियां खरीदी हैं, जिसने रियल एस्टेट बाजार की स्थिति को बदल दिया है.”

कहां हो रहा है निवेश

लोकल ब्रेकर्स ने कहा- संपत्ति में अधिकांश निवेश जमीन में किया जा रहा है और शहर में संपत्तियों के अलावा, कई क्षेत्रों जैसे फैजाबाद रोड, देवकाली, चौदह कोसी परिक्रमा, रिंग रोड, नयाघाट और लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के किनारे के क्षेत्रों में मजबूत मांग देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र राम मंदिर के 6 से 20 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं और इसलिए इनमें निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है.

प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन डेटा

अयोध्या जिले के स्टांप और पंजीकरण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2017 और 2022 के बीच संपत्ति पंजीकरण में 120 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2017 में (2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से काफी पहले) अयोध्या में 13,542 संपत्तियां पंजीकृत की गईं थीं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में यह बढ़कर 29,889 हो गया. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी ANAROCK ग्रुप के अनुसार, भूमि के रेट जो 2019 में 1,000 से 2,000 रुपये प्रति वर्ग फुट तक थीं, अब 4,000 से 6,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हैं.

By kavita garg

Hello to all of you, I am Kavita Garg, I have been associated with the field of media for the last 3 years, my role here in Ujagar News is to reach all the latest news of the country and the world to you so that you get every information, thank you!