फोन में अगर है ये तो एयरपोर्ट के अंदर 2 मिनट में एंट्री, देखें कैसे मिलेगी सुविधा

आप हवाई जहाज से सफर करते हैं और एयरपोर्ट पर चेकइन-बोर्डिंग की लंबी लाइन से परेशान हैं तो डिजी यात्रा के जरिए इस झंझट से छुटकारा मिल सकता है. एयरपोर्ट पर बस आपको अपना चेहरा स्कैन करना होगा. इसके बाद टर्मिनल के अंदर एंट्री मिल जाएगी. न बोर्डिंग पास, न आधार और न कोई अन्य कागज दिखाने की जरूरत पड़ेगी.

क्या है डिजी यात्रा?

डिजी यात्रा सुविधा एक फैसियल रिकॉग्निशन सिस्टम है और पूरी तरफ पेपरलेस व्यवस्था है. आपको एयरपोर्ट पर एंट्री, सिक्योरिटी चेक, एयरक्राफ्ट में बोर्डिंग या लगेज ड्रॉफ के समय सिर्फ अपना चेहरा दिखाना होगा. किसी तरह के फिजिकल बोर्डिंग पास (Boarding Pass), कोई और कागज या दूसरी चीज नहीं दिखानी होगी.

डिजी यात्रा के लिए 4 चीजें जरूरी

1. नाम
2. ईमेल आईडी
3. मोबाइल नंबर
4. पहचान पत्र (वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार आदि)

कैसे करना होगा पंजीकरण?

डिजी यात्रा (Digi Yatra) पर खुद को रजिस्टर करना बहुत आसान है. प्ले स्टोर (Play Store) या आईओएस से डिजी यात्रा एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं. इस एप्लीकेशन में मोबाइल नंबर और ओटीपी के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. इसके बाद आप डिजिलॉकर या ऑफलाइन मोड में अपना पहचान पत्र अपलोड कर सकते हैं. आइडेंटिटी प्रोफाइलिंग के बाद आपको अपनी एक सेल्फी अपलोड करनी होगी. इसके बाद आपकी डिजी यात्रा आईडी बन जाएगी.
india.gov.in पर दी गई जानकारी के मुताबिक टिकट बुक करते समय यात्री अपना डिजी यात्रा आईडी नंबर बता सकता हैय डिजी यात्रा आईडी सहित उसका डेटा संबंधित एयरलाइंस द्वारा प्रस्थान हवाई अड्डे पर भेज दिया जाएगा.

पहली बार एयरपोर्ट पर क्या करना होगा?

अगर आप डिजी यात्रा पर रजिस्ट्रेशन के बाद पहली बार ट्रैवल कर रहे हैं तो अपनी आईडी वेरीफाई करवाने के लिए हवाई अड्डे पर डिजी यात्रा पंजीकरण कियोस्क पर जाना होगा. अगर आपने आईडी प्रूफ के तौर पर आधार दिया है तो वेरिफिकेशन ऑनलाइन होगा. अन्य आईडी के मामले में, सीआईएसएफ मैन्युअल वेरीफिकेशन करेगा. एक बार आईडी वेरीफाई होने के बाद आपकी फोटो और डाटा डिजी यात्रा सिस्टम में जोड़ दिया जाएगा.

एयरपोर्ट पर कैसी मिलेगी बिना कागज एंट्री?

जिन एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा सुविधा की शुरुआत हो गई है, वहां डिजी यात्रा पैसेंजर्स के लिए अलग गेट बनाया गया है. इस गेट पर आपको अपना बोर्डिंग पास या ई-टिकट (मोबाइल में प्रिंट या सॉफ्ट कॉपी) को स्कैन करना होगा. बार कोड/क्यूआर कोड को स्कैन करने पर सिस्टम, यात्री विवरण और उड़ान विवरण को वेरीफाई करेगा. डिजी यात्रा आईडी फेस रिकग्निशन द्वारा पहचान सत्यापित करेगी. टिकट और डिजी यात्रा आईडी के सफल सत्यापन पर, ई-गेट खुल जाएगा. इसी प्रणाली से सिक्योरिटी चेक और विमान बोर्डिंग में प्रवेश मिलेगा.

किन एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा सुविधा?

अभी डिजी यात्रा सुविधा देश के 13 हवाई अड्डों पर उपलब्ध है. डिजी यात्रा फाउंडेशन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली वाराणसी, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, विजयवाड़ा, मुंबई, कोच्ची, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, गुवाहाटी और चेन्नई एयरपोर्ट पर यह सुविधा उपलब्ध है. इसी साल मार्च तक देश के 14 और एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा सुविधा शुरू करने की तैयारी है.

क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

सरकार के मुताबिक डिजी यात्रा सुविधा को एक सेंट्रल इकोसिस्टम तैयार करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कैंपेन का हिस्सा है. इस सुविधा को डिजी यात्रा फाउंडेशन मैनेज करता है, जो कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एक संयुक्त उद्यम कंपनी के तौर पर स्थापित किया गया है. इस फाउंडेशन को हवाई अड्डों पर एंट्री और सिक्योरिटी से जुड़े तमाम गाइडलाइन को परिभाषित करने का जिम्मा भी दिया गया है.

डिजी यात्रा के 5 बड़े फायदे

1. बोर्डिंग पास, टिकट के प्रिंट और संभालने के झंझट से मुक्ति
2. सिक्योरिटी, बोर्डिंग की कतार और भीड़भाड़ से छुटकारा
3. डिजी यात्रा सिस्टम यात्री को पीएनआर के साथ मैप करेगा. इससे हर सिक्योरिटी चेक पर केवल वास्तविक यात्री को ही प्रवेश मिलेगा.
4. एयरपोर्ट के पास यात्रियों की रियल टाइम जानकारी होगी और संसाधन नियोजन बेहतर हो जाएगा.
5. एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्थिति जानने से एयरलाइंस को फायदा होगा.

By kavita garg

Hello to all of you, I am Kavita Garg, I have been associated with the field of media for the last 3 years, my role here in Ujagar News is to reach all the latest news of the country and the world to you so that you get every information, thank you!