पेरेंटिंग आसान काम नहीं. इसके लिए कई तरह के त्याग करने पड़ते हैं. दरअसल, बच्चों के लिए माता पिता आइडल की तरह होते हैं और वे अपने पेरेंट्स को देखकर ही अधिकतर आदतें अपनाते हैं. ऐसे में अगर आप उनके सामने बेहतर तरीके से व्यवहार कर रहे हैं या गुड हैबिट्स फॉलो कर रहे हैं तो यह आपके बच्चों की सोच पर पॉजिटिव इफेक्ट डालता है और बिना सिखाए ही वे अच्छी आदतों के साथ लाइफ लीड करने लगते हैं. लेकिन कई माता पिता चाहते हैं कि वे आराम की जिंदगी जियें, बिना नियमों को मानें रहें, लेकिन उनके बच्चे अनुशासन में रहें. ऐसा नहीं हो सकता. अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे आपकी बात मानें तो माता पिता को अपनी 5 आदतें छोड़ देनी चाहिए.
पेरेंट्स को छोड़ देनी चाहिए ये 5 आदतें:
बच्चों की बातों को वैल्यू ना देना
वेरीवेलफैमिली के मुताबिक, अगर आप केवल अपनी बात कहना जानते हैं और बच्चों की बात को समझने का प्रयास नहीं करते या उनकी हर बात का जवाब ढूंड लेते हैं तो आपकी यह आदत बच्चों को बुरी लग सकती है और वे आपकी बातों को भी वैल्यू देना छोड़ सकते हैं. इसलिए बेहतर होगा कि आप बच्चों की बात को भी वैल्यू दें.
अपनी गलती पर अड़े रहना
अनुशासन केवल बच्चों के लिए नहीं, आपके लिए भी जरूरी है. ऐसे में अगर आपसे कुछ गलती हो जाती है तो बात को इग्नोर करने से पहले मांफी मांगना सीखें. जो माता पिता अपनी गलतियों को बच्चों के सामने स्वीकारते हैं बच्चे उनकी बातों का अधिक वैल्यू करते हैं.
अच्छा रोल मॉडल नहीं बनना
अगर आप एक अच्छे रोल मॉडल नहीं है तो बच्चे आपका वैल्यू करना छोड़ देंगे. इसलिए बेहतर है कि आप भी किचन में जाएं, खाना बनाएं, सफाई करें, घर का काम आदि करें और जहां तक हो सकें, घर के सदस्यों के हर काम में मदद करने का प्रयास करें.
भावनाओं पर नियंत्रण ना होना
अगर आपको अपने इमोशन पर कंट्रोल नहीं है और आप बात बात पर गुस्सा होकर बच्चों को डाटने लगते हैं तो बच्चे में एंग्जायटी स्ट्रेस की वजह बन सकता है. इससे बच्चे दब्बू बन सकते हैं और उनका आत्मविश्वास भी घट सकता है. इसलिए ऐसा ना करें.
प्यार ना दिखाना
कुछ पिता गंभीर बने रहने के चक्कर में बच्चों के प्रति अपने प्यार को नहीं दिखाते हैं. जिससे उनके बीच दूरियां बन जाती हैं. ऐसा ना करें और उन्हें भरपूर दुलारे और प्यार करें. याद रखें बचपन की यादों में अगर आप प्यार करने वाले पिता रहेंगे, तो बुढापे तक उन्हें आपके प्रति स्नेह रहेगा.